ज़ोर का झटका धीरे से नहीं, लगा ही नहीं!
युगों-युगों से, मानवता ने इलेक्ट्रिक शॉक को एक्सपीरियंस किया है।
एक ऐसा एडवेंचर स्पोर्ट जो किसी के बकेट लिस्ट में नहीं होता, पर एक इंटरेस्टिंग, यादगार कहानी ज़रूर बन जाता है।
छत्तीसगढ़ में भी एक ऐसी ही कहानी ने जन्म लिया है।
इस कहानी में हमारे हीरो ने की है स्काई-डाइविंग, रोप-वॉकिंग और फाइनली, शॉट पुट।
ऐसा लग तो रहा है…
अगर शॉक लगने के बाद भी तुम रॉक कर गए, तो ज़िंदा हो तुम…
ज़िंदगी दोबारा नहीं मिलती यानी कि YOLO (You Only Live Once) को इस आदमी ने काफ़ी मन पर ले लिया। मतलब एकदम भावुक हो गया।
छत्तीसगढ़ की एक बिल्डिंग के तीसरे माले से गिरने पर, ये ख़तरे का खिलाड़ी अटका एक हाई-वोल्टेज वायर पर। "पेड़ से गिरे, खजूर में अटके"—ये लाइन शायद इसी आदमी के लिए लिखी गई थी। बस डिफरेंस ये है कि इस केस में खजूर एक तड़-तड़ाती हाई-वोल्टेज वायर है। मतलब सोचो, कोई मामूली डैमेज तो नहीं होगा। दिमाग़ के सारे वायर लूज़ हो जाएंगे, हाथों की रेखाएँ ऊपर-नीचे हो जाएँगी।
मानते हो ना? पर रियलिटी में हुआ कुछ और ही। ऑडियंस में जो पंचायत करने वाले दादा-चाचा थे, सस्ते कैमरामैन थे, भाजी वाले और उनसे बार्गेन करने वाली जो आंटीजी थीं—सबके सब हिल गए। ये कहना सेफ रहेगा कि उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
टर्न्स आउट, जब इस आदमी को ज़ोर का झटका धीरे से लगा, तब कुछ मिनटों के लिए ये बेहोश हो गया था। दिमाग़ की बत्ती गुल हो गई और लाइफ ने लाइफ-ing करना बंद कर दिया था। और फिर… ज़ोर की हवा चली, आसमान में तूफ़ान उठ रहा था, नुक्कड़ के कुत्ते म्याऊँ करने लगे थे और गली की बिल्लियाँ भौंकने लग गईं… ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
पर हाँ, ये आदमी एकदम से उठकर खड़ा हो गया। मानो जैसे शॉक लगने से इसकी आत्मा ने खुद को रिचार्ज कर लिया हो। उठते ही ये आदमी नीचे खड़े पुलिस अफ़सरों को ईंटें फेंककर मारने लगा।
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने पंचायत करते हुए यह वीडियो पोस्ट किया और कैप्शन में लिखा, "Hollywood - 0, Desiwood - 1"। दूसरे पंचायत-खोर ने कहा, "Unsolved mystery—Discovery Channel next episode"। एक यूजर तो हक्का-बक्का रह गया और सीधा ऑडियंस पर उंगली उठाने लगा। उसने कहा, "इतने लोग हैं, पुलिस भी है, कोई रोक क्यों नहीं रहा इसे?" और एक यूजर ने तो इसे स्टैंड-अप कॉमेडी बना दिया और लिखा, "यह है असली देसी Wolverine—shock-proof और FIR-proof भी लगता है।"
अब इस आदमी में कौन सी टाइप की एनर्जी फ्लो होती है, किसी को नहीं पता। लेकिन मानना पड़ेगा भाई, ढीठखोरों की गैंग का लीडर तो बन सकता है। इसने दूर भागती हुई ज़िंदगी को खींच कर वापस लाया है।
शेयर करो ये न्यूज़ अपने उस दोस्त के साथ जो इतना ही ढीठ डेयरडेविल है।
2025-04-02T00:00:00.000+05:30
PARROT KE SAATH GREEN LIGHT GUARANTEED.
2025-03-28T00:00:00.000+05:30
Dulhan Ka Mandap Se Walkout, Dulhe Ka Lockup Mein Checkout!
2025-03-25T00:00:00.000+05:30
Yeh Bandhan Toh Pyaar... Aur Cricket Ka Hai!
2025-02-01T00:00:00.000+05:30
ज़ोर का झटका धीरे से नहीं, लगा ही नहीं!